हिंडनबर्ग रिपोर्ट: सच्चाई का पर्दाफाश या साजिश का हिस्सा?

Hindenburg 2.0: हाल ही में, हिंडनबर्ग की एक रिपोर्ट ने भारतीय उद्योग जगत में हलचल मचा दी है। इस रिपोर्ट में कुछ प्रमुख उद्योगपतियों और कंपनियों के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए गए हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि कुछ बड़े व्यापारिक घरानों ने अपने आर्थिक प्रदर्शन को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया है और कई वित्तीय अनियमितताएं की हैं। इस खुलासे के बाद से शेयर बाजार में भी भारी गिरावट देखने को मिली है, और निवेशकों में घबराहट का माहौल बन गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस रिपोर्ट के आधार पर जांच की जानी चाहिए, ताकि सत्यता का पता लगाया जा सके। यह देखना दिलचस्प होगा कि आगे इस मामले में क्या कार्रवाई होती है और कैसे यह खुलासा भारतीय व्यापार जगत पर असर डालता है।
अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट ने भारत में भूचाल ला दिया है. अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों पर इस रिपोर्ट का क्या असर होगा, सोमवार को बाजार खुलते ही यह देखने वाली बात होगी. हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया है कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति की अडानी समूह से जुड़े ऑफशोर फंड में हिस्सेदारी थी.
अडाणी समूह के शेयर पर कुछ समय के लिए दिख सकता है असर?
इससे पहले जब जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग की पहली रिपोर्ट आई थी, उस समय अडाणी समूह के शेयरों में जबरदस्त गिरावट देखी गई थी और समूह को 150 बिलियन डॉलर का घाटा हुआ था. अब हिंडनबर्ग ने बाजार नियामक सेबी की चेयरपर्सन पर ही आरोप लगा दिए हैं. हालांकि अडाणी समूह और सेबी की अध्यक्ष बुच ने हिंडनबर्ग के आरोपों का खंडन किया है लेकिन बाजार और अडाणी समूह के स्टॉक्स पर इस खबर का कितना असर होगा सोमवार को यह देखने वाली बात होगी.
बाथिनी ने कहा कि हालांकि इस रिपोर्ट से अडाणी समूह के शेयरों पर कम समय के लिए कुछ असर हो सकता है लेकिन उन्हें जल्द ही संभल जाना चाहिए. वहीं बाथिनी ने कहा कि अडाणी समूह के शेयरों में अगर कोई गिरावट आती है तो यह लंबी अवधि के निवेशकों के लिए खरीदारी का मौका हो सकती है.
Hindenburg Vs SEBI: 'सफाई में ही स्वीकार…' खुलासे और सेबी चीफ के बयान पर आया हिंडनबर्ग का रिएक्शन, दागे नए सवाल – Hindenburg again attacks on SEBI Chairman Madhabi Puri Buch after https://t.co/IBEj8BTFAJ
— Rajesh Maurya (@mauryarajesh23) August 13, 2024
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