Kapil Parmar: Biography, Achievements, and Success Story

Kapil Parmar: भारत के पहले पैरालंपिक जूडो पदक विजेता
कपिल परमार ने 2024 पेरिस पैरालंपिक में इतिहास रच दिया है। उन्होंने जूडो में भारत का पहला पैरालंपिक पदक जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
परिचय
- कपिल परमार मध्य प्रदेश के शिवोर गांव के रहने वाले हैं। वे अपने परिवार में पांच भाई-बहनों में सबसे छोटे हैं। उनके पिता टैक्सी चालक हैं और बहन एक प्राथमिक विद्यालय चलाती है।
संघर्ष और सफलता की कहानी
- बचपन में एक दुर्घटना के कारण कपिल को गंभीर विद्युत झटका लगा था। इस हादसे के बाद वे छह महीने तक कोमा में रहे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और अपने गुरुओं भगवान दास और मनोज सर के मार्गदर्शन में जूडो में अपना करियर बनाया।
जूडो में करियर की शुरुआत
A very memorable sporting performance and a special medal!
— Narendra Modi (@narendramodi) September 5, 2024
Congratulations to Kapil Parmar, as he becomes the first-ever Indian to win a medal in Judo at the Paralympics. Congrats to him for winning a Bronze in the Men's 60kg J1 event at the #Paralympics2024! Best wishes for his… pic.twitter.com/JYtpEf2CtI
उपलब्धियां
कपिल ने अपने करियर में कई शानदार प्रदर्शन किए हैं:
- 2024 पेरिस पैरालंपिक में कांस्य पदक
- 2022 एशियाई पैरा खेलों में रजत पदक
- 2023 IBSA विश्व खेलों में कांस्य पदक
- कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक
ऐतिहासिक जीत
5 सितंबर, 2024 को पेरिस पैरालंपिक में कपिल ने ब्राजील के एलिएल्टन डी ओलिवेरा को मात्र 33 सेकंड में 10-0 से हराकर कांस्य पदक जीता। यह भारत का जूडो में पहला पैरालंपिक पदक है।कपिल परमार की कहानी संघर्ष, दृढ़ संकल्प और सफलता का एक प्रेरणादायक उदाहरण है। उन्होंने अपने गुरुओं की सलाह पर जूडो को अपनाया और आज वे देश के लिए गौरव का कारण बन गए हैं। उनकी यह उपलब्धि भारतीय पैरा खेलों के इतिहास में एक नया अध्याय लिखने वाली है।
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